नई दिल्ली : बुधवार, दिसम्बर 6, 2023/ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत और केन्‍या के बीच मैत्री परिपक्व होकर मजबूत द्विपक्षीय संबंधों में बदल गई है, जो व्यापार, शिक्षा और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण आर्थिक सहयोग पर आधारित है।

राष्ट्रपति भवन में केन्या के राष्ट्रपति का स्वागत करते हुये राष्ट्रपति ने कहा कि हिन्द महासागर का जल सदियों से भारत और केन्या के लोगों को जोड़े हुये है। हमारी दोस्ती एक मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के तौर पर परिपक्व हुई है जिसमें व्यापार, शिक्षा और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय आर्थिक सहयोग का अच्छा योगदान रहा है।

राष्ट्रपति ने इस बात को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की केन्या में भारतीय मूल के 80,000 लोगों का समुदाय सामाजिक और आर्थिक दोनों तरह से घुल मिलकर रह रहा है। उन्हें केन्याई होने पर गर्व है, हालांकि, वह भारतीय संस्कृति और मूल्यों को भी बरकरार रखे हुये हैं। उन्होंने कहा कि इसमें केन्याई समाज की समावेशी प्रकृति का भी योगदान है।

राष्ट्रपति ने इस बात पर भी गौर किया कि भारत केन्या के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों में से एक है और साथ ही केन्या में निवेश के सबसे बड़े स्रोतों में भी शामिल है। कई भारतीय कंपनियों ने पूर्वी अफ्रीका में अपने कार्य परिचालन के लिये केन्या को अपना आधार स्थल बनाया है। उन्होंने कहा कि भारत का निजी क्षेत्र केन्या में निवेश को लेकर उत्सुक है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार केन्या की विकास यात्रा में एक विश्वसनीय भागीदार बनने को लेकर प्रतिबद्ध है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और केन्या प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर समान विचार रखते हैं और क्षेत्रीय तथा संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय मंचों पर करीब रहकर सहयोग करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ को जी-20 में एक पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल किया गया। दोनों नेता इस बात को लेकर सहमत थे कि कई अन्य बहुपक्षीय मंच हैं जिनके जरिये दोनों देश साथ मिलकर काम कर सकते हैं। राष्ट्रपति ने जोर देते हुये कहा कि दोनों देशों को न केवल अपने लोगों की बेहतरी और प्रगति के लिये, बल्कि दुनिया के समूचे दक्षिणी हिस्से के नागरिकों के लिये मिलकर काम करना चाहिये।


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