रायपुर : मंगलवार, दिसम्बर 12, 2023/ राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के हीरक जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के भूतपूर्व अधिष्ठाताओं, शिक्षकों और प्रथम बैच के विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल हरिचंदन ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वास्थ्य सेवा का कार्य सर्वश्रेष्ठ कार्य है। जीवन के लिए संघर्ष करने वाले मरीजों के लिए डॉक्टर भगवान होते हैं। कोविड-19 के दौरान जब पूरी दुनिया भयभीत थी, तब डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फ्रंट लाइन वारियर्स बन कर राष्ट्र व जनता की रक्षा के लिए आगे रहते थे।

राज्यपाल ने कहा कि इस महाविद्यालय के शिक्षक प्रत्येक छात्र को एक अच्छा डॉक्टर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। वर्षाें की उनकी मेहनत यहां के छात्रों की सफलता दिखाई देती है। शिक्षकों के समर्पण से विद्यार्थियों के भविष्य पर प्रभाव पड़ता है। अच्छे डॉक्टर बनने और दूसरों की सेवा करने के लिए उनकी कड़ी मेहनत गर्व करने लायक है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गर्व का विषय है कि एक छोटा सा संस्थान जहां 60 विद्यार्थी ही प्रवेश ले पाते थे, वहां 230 विद्यार्थी एमबीबीएस पाठयक्रम में प्रतिवर्ष प्रवेश ले रहें है और यह राज्य का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान बन गया है।

राज्यपाल ने कहा कि यह संस्थान उन वरिष्ठ शिक्षकों को याद कर रहा है जिन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा शिक्षा क्षेत्र में समर्पित किया है। एक शिक्षक के रूप में उनकी सेवाओं को वर्षाे तक याद रखा जाएगा। पूर्व-कुलपतियों, पूर्व-डीन, प्रोफेसरों और शिक्षकों का अभिनंदन अपने आप में एक सम्मान है। उनके अनुभव, ज्ञान और आशीर्वाद वर्तमान और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।

कार्यक्रम में राज्यपाल हरिचंदन ने चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव पी. दयानंद, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णु दत्त, आयुष चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक चंद्राकर, डीन डॉ. तृप्ति नागरिया, महाविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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