देशभर में आज से चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुवात

नई दिल्ली : शनिवार, अक्टूबर 25, 2025/ दिल्ली सहित देशभर में आज से चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुवात हो चुकी है। दिल्ली में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल के लोगो द्वारा छठ पर्व के आज पहले दिन का अनुष्ठान नहाये – खाये का व्रत किया जा रहा है। इस पर्व पर दिल्ली सरकार ने 200 घाट पर मैथिलि और भोजपुरी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया है।

आज के दिन व्रती और उनके परिजन पवित्र जल से स्नान करते हैं और अगले तीन दिन के व्रत का संकल्प लेते हैं। इस अवसर पर व्रती घरों में सात्विक आहार जैसे लौकी की सब्जी, चने की दाल और चावल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। छठ महापर्व के दूसरे दिन को खरना कहते हैं जिसमें व्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास का आरम्भ करते हैं। लोकास्था के इस पर्व के तीसरे दिन डूबता सूर्य को अर्घ दिया जाता है और वहीं चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ दिया जाता है।

इस अवसर पर कला और संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, शिक्षा मंत्री आशीष सूद, सामाजिक कल्याण मंत्री रविंदर इंद्राज सिंह तथा दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इक़बाल सिंह ने राजधानी के विभिन्न घाटों का निरिक्षण किया। इस बार दिल्ली सरकार का संकल्प है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के श्रद्धा और आस्था के साथ इन घाटों पर पूजा-अर्चना कर सकें।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश और दुनिया भर के श्रद्धालुओं को छठ महापर्व के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ दीं, जो आज नहाय-खाय की पारंपरिक रस्म के साथ शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री ने सभी व्रतियों की अटूट श्रद्धा को नमन किया और इस चार दिवसीय पर्व के गहन सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला।

प्रधानमंत्री मोदी ने छठ की बढ़ती वैश्विक मान्यता को स्वीकार करते हुए कहा कि दुनिया भर में भारतीय परिवार पूरे श्रद्धा भाव से इस अनुष्ठान में भाग लेते हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने छठी मैया को समर्पित एक भक्ति गीत साझा किया तथा सभी को इसकी आध्यात्मिक गूंज में डूबने के लिए आमंत्रित किया।

एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा “नहाय-खाय के पावन अनुष्ठान के साथ आज से चार दिवसीय महापर्व छठ का शुभारंभ हो रहा है। बिहार सहित देशभर के श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। सभी व्रतियों को मेरा नमन और वंदन!” “हमारी संस्कृति का यह विराट उत्सव सादगी और संयम का प्रतीक है, जिसकी पवित्रता और नियम-निष्ठा अतुलनीय है। इस पावन अवसर पर छठ के घाटों पर जो दृश्य दिखाई देता है, उसमें पारिवारिक और सामाजिक सद्भाव की अद्भुत प्रेरणा होती है। छठ की प्राचीन परंपरा का हमारे समाज पर बहुत गहरा प्रभाव रहा है।” “आज विश्व के कोने कोने में छठ को संस्कृति के महाउत्सव के रूप में मनाया जाता है। पूरी दुनिया में रहने वाले भारतवंशी परिवार, इसकी परंपराओं में पूरी आत्मीयता से सम्मिलित होते हैं। मेरी कामना है कि छठी मइया सबको अपना भरपूर आशीर्वाद दें।”

“छठ महापर्व आस्था, उपासना और प्रकृति प्रेम का एक अनूठा संगम है। इसमें जहां अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाता है, वहीं प्रसाद में भी प्रकृति के विविध रंग समाहित होते हैं। छठ पूजा के गीत और धुनों में भी भक्ति और प्रकृति का अद्भुत भाव भरा होता है।” “मेरा सौभाग्य है कि कल ही, मुझे बेगूसराय जाने का अवसर मिला था। बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का बेगूसराय से आत्मीय रिश्ता रहा है। शारदा सिन्हा और बिहार के कई लोक कलाकारों ने अपने गीतों से, छठ के उत्सव को एक अलग भाव से जोड़ा है।” “आज इस महापर्व पर मैं आज आप सभी के साथ छठी मइया के ऐसे गीतों को साझा कर रहा हूं, जिन्हें सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाएगा।

छठ पूजा को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा कि लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं। लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग शुद्ध अंतःकरण और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना है।

Google Search

Boys Hostel in Bhopal