नई दिल्ली : सोमवार, अक्टूबर 2, 2023/ आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) दिल्ली कैंट ने महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए मासिक धर्म स्वच्छता पर सरकार की पहल 'मासिक धर्म स्वास्थ्य- महिलाओं के स्वास्थ्य की ओर एक और कदम' के साथ तालमेल रखते हुए, कल मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम 'माहवारी में स्वच्छता' का आयोजन किया। आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) में एक व्याख्यान सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। एएफएमएस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ किशोरियों और जीवन के सभी क्षेत्रों की महिलाओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

कार्यक्रम के दौरान मासिक धर्म से जुड़ी सामाजिक वर्जनाएं और मिथक, मासिक धर्म से जुड़ी बेहतर स्वच्छता के चिकित्सीय निहितार्थ और मासिक धर्म संबंधी समस्याओं से निपटने के सरल किंतु प्रभावी उपायों पर प्रकाश डाला गया। मासिक धर्म से संबंधित समुचित स्वच्छता की कमी के कारण जेनिटल ट्रैक्ट में संक्रमण हो सकता है, जो बाद में चलकर बांझपन का कारण भी बन सकता है। इस बात पर भी चर्चा की गई कि कैसे मासिक धर्म से संबंधित स्वच्छता को लेकर सरल उपायों के बारे में जानकारी की कमी से किशोरियों का समग्र विकास अवरुद्ध हो सकता है और उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। पूरे समाज को मासिक धर्म के बारे में अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत पर जोर दिया गया, जो मूल रूप से एक शरीरविज्ञान से जुड़ी प्रक्रिया है।

सूचना और जागरूकता अभियान के एक भाग के रूप में, आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग ने शैक्षिक सामग्री तैयार की है, जिसे प्रतिभागियों को वितरित किया गया। शिक्षा स्टॉल लगाए गए थे, जिसमें माहवारी स्वच्छता से संबंधित सामाजिक और चिकित्सा से जुड़े मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। समाज में पुरुषों को शिक्षित करने के साथ-साथ देश में इन मुद्दों पर सामुदायिक समर्थन की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। स्वास्थ्य चर्चा में महिलाओं को मासिक धर्म संबंधी प्रतिकूलताओं का सामना करने पर शीघ्र ही स्त्री रोग संबंधी परामर्श लेने के महत्व पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम के दौरान जिन महत्वपूर्ण पहलों के बारे में चर्चा की गई, उन पहलों में सैनिटरी पैड के एक विकल्प के रूप में मेंस्ट्रूअल कप का उपयोग भी शामिल था। आर्मी हॉस्पिटल (आर एंड आर) के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अजित नीलकांतन ने कहा, "मेंस्ट्रूअल कप किफायती होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल है और इस्तेमाल तथा रखरखाव में भी आसान है।" मेंस्ट्रूअल कप कार्यालय जाने वाली महिलाओं और सशस्त्र बलों कार्यरत महिलाओं के लिए पुन: प्रयोज्य और बहुत सुविधाजनक है। इसका उपयोग दोनों विवाहित और अविवाहित महिलाएं आसानी से कर सकती हैं। इससे जैव-अपशिष्ट भी नहीं बनता है। इसके परिणामस्वरूप, आमतौर पर सैनिटरी पैड के इस्तेमाल से अत्यधिक मात्रा में उत्पन्न कचरे से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।


इस खबर को शेयर करें


Comments