नई दिल्ली : रविवार, दिसम्बर 22, 2024/ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल कुवैत के शेख साद अल-अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम ‘हला मोदी’ में भारतीय समुदाय के एक बड़े समूह को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में कुवैत के विभिन्न समुदायों के भारतीय नागरिक शामिल हुए।
प्रधानमंत्री का समुदाय ने असाधारण गर्मजोशी और उत्साह के साथ स्वागत किया। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय समुदाय ने भारत-कुवैत संबंधों को बहुत समृद्ध किया है। भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कुवैत के महामहिम अमीर को उनके विनम्र निमंत्रण के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि 43 वर्षों के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री सदियों पुरानी मित्रता को और मजबूत करने के लिए कुवैत की यात्रा कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कुवैत के विकास में समुदाय की कड़ी मेहनत, उपलब्धि और योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसे स्थानीय सरकार और समाज द्वारा व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। उन्होंने भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए कुवैत के नेतृत्व को धन्यवाद दिया। कुवैत और खाड़ी के अन्य स्थानों में भारतीय श्रमिकों को समर्थन देने के लिए भारत की मजबूत प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करते हुए, उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई प्रौद्योगिकी-आधारित पहलों, जैसे ई-माइग्रेट पोर्टल, के बारे में बात की।
प्रधानमंत्री ने भारत के विश्वबंधु, यानि दुनिया का मित्र, दृष्टिकोण को रेखांकित किया। उन्होंने भारत की तीव्र प्रगति और परिवर्तन, विशेष रूप से प्रौद्योगिकी, अवसंरचना और सतत विकास, के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के अलावा, भारत फिनटेक में वैश्विक अग्रणी देश है, स्टार्ट-अप क्षेत्र में तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक शक्ति है और दुनिया भर में सबसे अधिक डिजिटल रूप से जुड़े समाजों में से एक है। उन्होंने वित्तीय समावेश, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास और समावेशी विकास जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। विकसित भारत और नए कुवैत की दोनों देशों की साझा आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करते हुए, उन्होंने रेखांकित किया कि भारत और कुवैत के लिए एक साथ काम करने के बहुत सारे अवसर हैं। भारत की कौशल क्षमता और नवाचार दोनों देशों के बीच नई साझेदारी को बढ़ावा दे सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने प्रवासी सदस्यों को जनवरी 2025 में भारत में आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस और महाकुंभ में भाग लेने का निमंत्रण दिया।
इससे पहले कुवैत पहुंचने पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह 43 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का कुवैत दौरा है। उनका स्वागत कुवैत के पहले उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबाह और विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-यह्या समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने किया।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों के जोरदार स्वागत पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “मैं यहां सिर्फ कुछ घंटों से हूं, लेकिन मुझे यहां एक अलग तरह की आत्मीयता और गर्मजोशी महसूस हो रही है। आप सभी अलग-अलग राज्यों से आए हैं, लेकिन आपको देखकर ऐसा लग रहा है जैसे पूरा हिंदुस्तान यहां आ गया हो।”
पीएम मोदी ने दोनों देशों के साझा विजन की बात की। उन्होंने कहा कि जहां कुवैत एक उन्नत और नवाचारी अर्थव्यवस्था बनने पर काम कर रहा है, वहीं भारत अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा “दोनों देशों के लक्ष्य आपस में जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे को समर्थन देते हैं।”
उन्होंने व्यापार, ऊर्जा और निवेश के क्षेत्र में गहराते सहयोग की उम्मीद जताई और कहा कि भारत और कुवैत का रिश्ता अब पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान पीएम मोदी कुवैत के अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। इस दौरान भविष्य की साझेदारी के लिए एक खाका तैयार करेंगे।