नई दिल्ली : रविवार, जनवरी 22, 2023/ आत्मनिर्भर भारत बनाने के लक्ष्य के साथ, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास ने एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम भरोस विकसित किया है जिससे भारत में 100 करोड़ सेलफोन उपभोक्‍ताओं को लाभ पहुंचेगा।

जेएनके ऑपरेशंस प्राइवेट लिमिटेड जो आईआईटी मद्रास की स्थापित कंपनी है, इसके द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित भरोस देश में मजबूत स्वदेशी डिजिटल बुनियादी ढांचे के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि सॉफ्टवेयर कमर्शियल ऑफ-द-शेल्फ हैंडसेट पर इंस्टॉल किया जा सकता है, जो यूजर्स को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगा।

भरोस में नो डिफॉल्ट ऐप्स (एनडीए) है, जिसका अर्थ है कि लोगों को उन ऐप्स का उपयोग करने के लिए मजबूर नहीं किया जाता है जिनसे वे अपरिचित हैं या जिन पर उन्हें भरोसा नहीं है। संस्थान ने दावा किया कि इससे उपयोगकर्ताओं को अपनी आवश्‍यकता अनुरूप ऐप्स को चुनने और उपयोग करने की अधिक स्वतंत्रता, नियंत्रण और लचीलापन मिलेगा।

ऐसे यूजर्स को प्राइवेट 5G नेटवर्क के माध्यम से प्राइवेट क्लाउड सर्विस तक पहुंच की आवश्यकता होती है। ऐसे में इस स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को ज्यादा भरोसेमंद माना जा रहा है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में लोगों को डिफॉल्ट ऐप्स नहीं मिलेंगे यानी आपको ज्यादा स्टोरेज मिलेगा और साल में आपको एंड्रॉइड की तरह ही अपडेट इसमें प्राप्त होंगे। फिलहाल इस बात की जानकारी सामने नहीं है कि ये ऑपरेटिंग सिस्टम किस मोबाइल फोन में काम करेगा। लेकिन कहा जा रहा है कि कंपनी इसे कड़ी सिक्योरिटी और प्राइवेसी की जरूरत रखने वाले संगठनों को प्रदान करेगी।

 


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