दिल्ली/    रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। रूस की सेना यूक्रेन के कई शहरों में घूस गई है। दुनिया के देश ने इसे लेकर चिंता जताई है। इस बीच चीन रूस-यूक्रेन मामले पर बड़ा बयान दिया है। चीन ने रूस को कठघरे में खड़ा करने से मना कर दिया है। चीन ने कहा कि वो रूस की मदद नहीं कर रहा लेकिन वो उसकी आलोचान भी नहीं करेगा। चीन ने बयान जारी कर कहा है कि वह अमेरिका की तरह युद्धरत दोनों देशों को हथियार या युद्ध में सहायता से जुडे़ किसी भी तरह की सामाग्री की आपूर्ती नहीं करेगा। रूस के निकट सहयोगी चीन ने यूक्रेन मुद्दे से संबद्ध सभी पक्षों से संयम बरतने तथा और तनाव बढ़ाने वाला कोई भी कदम उठाने से परहेज करने की अपील की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक दैनिक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि "यूक्रेन मुद्दा अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में जटिल है।" हुआ ने कहा, "चीन हर घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहा है। हमें अब भी उम्मीद है कि संबंधित पक्ष शांति के दरवाजे बंद नहीं करेंगे और बातचीत और परामर्श में शामिल नहीं होंगे और स्थिति को आगे बढ़ने से रोकेंगे।"
हालांकि चीन ने पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता की राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मान्यता या रूसी सेना को वहां भेजने के पुतिन के फैसले का समर्थन नहीं किया है। हुआ ने कहा कि वे दल जो दूसरों की निंदा करने में व्यस्त थे, उन्होंने क्या किया है? क्या उन्होंने दूसरों को राजी किया है ?
गौरतलब है कि पुतिन ने टेलीविजन पर एक संबोधन में कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों के जवाब में यह कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि रूस का लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है। पुतिन ने बाकी देशों को भी चेतावनी दी है। पुतिन ने नाम लिए बगैर अमेरिका और NATO को भी धमकी दी। उन्होंने कहा कि हमारे ऑपरेशन में दखल देने वालों को अंजाम भुगतना होगा।


इस खबर को शेयर करें


Comments