भोपाल : सोमवार, अप्रैल 28, 2025/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रीय उद्यान कूनो में नए मेहमानों के आगमन पर प्रदेशवासियों को बधाई दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रविवार को मध्यप्रदेश के चीता परिवार में पुनः वृद्धि हुई है। कूनों में पांच नन्हें मेहमानों का आगमन हमारे बीच हुआ है, जो चीता प्रोजेक्ट की सफलता का प्रतीक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह वन विभाग की टीम के सकारात्मक प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जितने चीते अफ्रीका से लाए गए थे, उससे ज्यादा चीतों का जन्म मध्यप्रदेश में हो चुका है। यह चीता प्राजेक्ट के सफल क्रियान्वयन को दर्शाता है, हम निरंतर इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब मध्यप्रदेश में पहला चीता छोड़ा था, तब से लेकर आज तक कूनों में चीतों में निरन्तर वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार सभी वन्य जीवों और उनके परिवार वृद्धि के लिए उपयुक्त ईको-सिस्टम विकसित करने का प्रयास कर रही है। इससे पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी और पर्यटन भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों ने यह सिद्ध कर दिया है कि चीते को भी एशिया में पुनर्स्थापित किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश को ‘बाघ राज्य’ से ‘चीता राज्य’ बनाने का आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि चीतों के सफल पुनर्वास से पता चलता है कि राज्य का पर्यावरण इस प्रजाति के लिए उपयुक्त है। सीएम यादव ने कहा, “पीएम मोदी ने हमें अपने ‘बाघ राज्य’ को ‘चीता राज्य’ में बदलने का आशीर्वाद दिया…चीते हमारे (एमपी के) पर्यावरण में जीवित रहने में सक्षम हैं। ऐसे कई राज्य हैं जहां चीते विलुप्त हो गए थे, लेकिन आज उन्हें यहां पुनर्वासित किया गया है।”
एक सप्ताह पहले चीतों को उनके आवास के विस्तार और जैव विविधता को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत कुनो राष्ट्रीय उद्यान से गांधी सागर अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया था