नई दिल्ली : शुक्रवार, मार्च 14, 2025/ केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव ने कल दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) 2025 के पूर्ववर्ती कार्यक्रम योग महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 11वें आयोजन के उपलक्ष्य में प्रताप राव जाधव ने 10 अद्वितीय घोषणा कार्यक्रम भी जारी किए, जो योग में भारत की वैश्विक पहल को मजबूत करते हैं।
इस अवसर पर पद्मभूषण डॉ. डी. वीरेंद्र हेगड़े, संसद सदस्य, धर्माधिकारी, क्षेत्र धर्मस्थल, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, प्रख्यात योग गुरु, वैज्ञानिक और विद्वान भी उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के नोडल मंत्रालय के रूप में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10 सफल आयोजनों का नेतृत्व किया है, जिन्हें विश्व स्तर पर काफ़ी उत्साह और समर्थन मिला है। इसी का अनुसरण करते हुए इस वर्ष योग के विभिन्न आयामों को बढ़ावा देने और विश्व में स्वास्थ्य, कल्याण और शांति में वृद्धि करने की दिशा में जन आंदोलन को प्रोत्साहन देने हेतु योग महोत्सव-2025 का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन से पहले 100 दिन एक महत्वपूर्ण घटना होती है। यह आयोजन औपचारिक रूप से 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 की यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है।
केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने अपने संबोधन में योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “पिछले 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हम इस दिन को एक भव्य उत्सव के रूप में मनाते आ रहे हैं। योग न केवल जीवन जीने का एक तरीका है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखने का एक शक्तिशाली माध्यम भी है। इसकी अद्वितीय शक्ति ने विश्व में लाखों लोगों को लॉकडाउन के चुनौतीपूर्ण दिनों के दौरान स्वस्थ और लचीला बने रहने में मार्गदर्शन किया।”
आयुष मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के लिए प्रारंभिक गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए मार्गदर्शन हेतु अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आयोजकों की प्रारंभिक सार्वजनिक रुचि और उनकी मांग के जवाब में ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पुस्तिका, 2025, संस्करण 1.0’ भी जारी की।
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 2.5 करोड़ घरों में – जो देश के सभी घरों का लगभग 8 प्रतिशत है – उनमें कम से कम एक सदस्य योग का अभ्यास करता है। यह जन जीवन में योग के गहन एकीकरण को दृढ़ता से दर्शाता है।
दिन की शुरुआत सुबह 7 बजे मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) में सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) के लाइव प्रदर्शन के साथ हुई , जिसमें 1,000 से ज़्यादा योग उत्साही लोगों ने हिस्सा लिया। सीवाईपी को विशेषज्ञों की सलाह से तैयार किया गया है क्योंकि इसमें योग के सभी फायदों का लाभ लेने के लिए रोज़ाना योगाभ्यास शामिल है। इस प्रोटोकॉल का उद्देश्य योग निद्रा, प्राणायाम, ध्यान आदि जैसी योग क्रियाओं को लोकप्रिय बनाना है। हर योगिक गतिविधि लचीलापन, शक्ति, संतुलन और सामंजस्य प्राप्त करने में सुधार लाने की कुंजी है।
एक दिवसीय योग महोत्सव 2025 में कई तरह की गतिविधियां शामिल थीं, जिनमें तीन थीम-आधारित तकनीकी सत्र शामिल थे, जिनमें सामान्य योग प्रोटोकॉल में अंतर्निहित विज्ञान, मोटापा दूर करने संबंधी अभियान: योग की भूमिका और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का दशकीय वर्ष शामिल था। इन तकनीकी सत्रों में योग, चिकित्सा और वैज्ञानिक शोध के क्षेत्रों के प्रख्यात विशेषज्ञों ने भाग लिया और एक महत्वपूर्ण ज्ञान-साझाकरण मंच के रूप में कार्य किया। इससे योग की वैज्ञानिक और चिकित्सीय क्षमता को बल मिला और साथ ही एक भव्य और प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के लिए मंच तैयार हुआ।
योग महोत्सव 2025 स्वास्थ्य और सेहत में क्रांति के लिए मंच तैयार करता है, जिसमें भारत योग को दुनिया भर में जीवन का एक तरीका बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पिछले एक दशक में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने योग को एक वैश्विक कार्यक्रम बनाने के लिए भारत के समर्पण को दर्शाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस स्वास्थ्य, सेहत और एकता के विश्वव्यापी उत्सव के रूप में विकसित हुआ है।




