नई दिल्ली : शुक्रवार, अक्टूबर 31, 2025/ उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति सी.पी. राधाकृष्णन और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री, किरेन रिजीजू; राज्यसभा में विपक्ष के नेता, मल्लिकार्जुन खरगे; लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता, राहुल गांधी; विधि एवं न्याय तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल; राज्यसभा उपसभापति हरिवंश; सांसद, पूर्व सांसद; लोकसभ महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राज्यसभा महासचिव, पीसी मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सरदार वल्लभभाई पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर, लोकसभा अध्यक्ष ने देश भर के 600 से अधिक विद्य़ार्थियों के साथ संवाद किया, जिन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस पर संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में प्राइड द्वारा आयोजित कार्यक्रम “अपने नेता को जानें” में भाग लिया था। विद्य़ार्थियों को संबोधित करते हुए, बिरला ने कहा कि भारतीय युवा – सरदार पटेल के दृष्टिकोण और मूल्यों से निर्देशित होकर नवाचार, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नेतृत्व द्वारा राष्ट्र को विकसित भारत की ओर ले जा रहे हैं। सरदार पटेल के एकता और अनुशासन के मार्गदर्शक मूल्यों का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि उनका उदाहरण भारत के युवाओं को राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ भाव से काम करने को प्रेरित करता रहता है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रति दुनिया का बढ़ता विश्वास युवाओं की कड़ी मेहनत, रचनात्मकता और प्रतिबद्धता का परिणाम है – जो मजबूत राष्ट्र के निर्माण के साथ ही अधिक समतापूर्ण और समृद्ध विश्व भी निर्मित कर रहा है।
भारतीय युवाओं की उपलब्धियों की सराहना करते हुए, बिरला ने कहा कि वे कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डिजिटल प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान, हरित ऊर्जा और नवाचार जैसे क्षेत्रों में विश्व स्तर पर अग्रणी बनकर उभरे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धियां आत्मविश्वासी और दूरदर्शी राष्ट्र का प्रतीक हैं जो आधुनिकता अपनाते हुए सांस्कृतिक विरासत से भी शक्ति प्राप्त करता है। बिरला ने कहा कि विज्ञान और उद्यमिता से लेकर कूटनीति और शासन तक, हर क्षेत्र में युवा भारतीय राष्ट्र की प्रगति की गति और चरित्र निर्धारित कर रहे हैं।
बिरला ने कहा कि आज दुनिया भारत को आशा, प्रगति और स्थिरता के प्रकाश स्तंभ के रूप में देखती है, जो युवा नागरिकों की ऊर्जा, प्रतिभा और दृढ़ संकल्प से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत की राजनीतिक एकता और प्रशासनिक सुदृढ़ता की बुनियाद रखी। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि साहस, दूरदर्शिता और कूटनीतिक कौशल से सरदार पटेल ने सैकड़ों रियासतों को भारतीय संघ में एकीकृत किया और यह भी सुनिश्चित किया कि नव-स्वतंत्र भारत अखंड और संप्रभु राष्ट्र के रूप में उभरे।
सरदार पटेल के परिवर्तनकारी नेतृत्व का उल्लेख करते हुए, बिरला ने कहा कि उन्होंने स्वतंत्रता की भावना को शासन के ढांचे में बदल दिया, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर शक्ति और समावेशिता में निहित लोकतंत्र के तौर पर मजबूती से खड़ा हो सका। बिरला ने कहा कि ज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के इस युग में, एकता द्वारा शक्ति, अनुशासन के माध्यम से व्यवस्था और कर्तव्य के माध्यम से सेवा के सरदार पटेल के आदर्श आज भी अत्यंत प्रासंगिक हैं।
बिरला ने कहा कि 21वीं सदी उन देशों की है जो अपने युवाओं में निवेश करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत का जनसांख्यिकीय लाभ इसका सबसे बड़ा रणनीतिक लाभ है। देश में रचनात्मकता, उद्यमशीलता और वैज्ञानिक उत्कृष्टता में अभूतपूर्व बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस पीढ़ी की नवोन्मेषी भावना और सामाजिक कल्याण की प्रतिबद्धता एक नए वैश्विक आख्यान को आकार दे रही है जिसमें भारत दुनिया में अग्रणी और समस्या-समाधानकर्ता बन गया है। श्री बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत के वैश्विक मंच पर व्यापक भूमिका के साथ ही इसके युवा, नीतियों, प्रौद्योगिकियों और साझेदारियों को आकार देने में अग्रणी भूमिका निभाते रहेंगे जिससे समग्र मानवता लाभान्वित होगी।




