नई दिल्ली : शुक्रवार, मार्च 24, 2023/ एनआईयूए आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, एएफडी और यूरोपीय संघ के सहयोग से यू20 के अंतर्गत पहला शहरी जलवायु फिल्म समारोह आयोजित कर रहा है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एनआईयूए) यू20 सहभागी कार्यक्रमों के अंतर्गत सीआईटीआईआईएस कार्यक्रम के माध्यम से पहला शहरी जलवायु फिल्म समारोह आयोजित कर रहा है। यह समारोह आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, फ्रांसीसी विकास एजेंसी (एएफडी) और यूरोपीय संघ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। शहरों में जीवन पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने तथा सतत शहरी विकास पर संवाद में जन साधारण की भागीदारी के लिए 9 देशों की 11 फिल्मों का एक क्यूरेटेड चयन प्रदर्शित किया जाएगा।

समारोह के लिए वैश्विक स्तर पर प्रविष्टियां 23 जनवरी, 2023 से आमंत्रित की गई थी और 13 मार्च, 2023 को प्रविष्टियां प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि थी। विश्व के फिल्म निर्माताओं को ऐसी फिल्में प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था जो दिखाती हैं कि वातावरण में परिवर्तन विश्व भर के शहरों को कैसे प्रभावित कर रहा है। 20 से अधिक देशों से 150 फिल्में प्राप्त हुईं। प्रविष्टियों का मूल्यांकन निर्णायक मंडल द्वारा किया गया था जिसने 12 देशों की 27 फिल्मों का चयन किया।

चयनित फिल्मों को बाद के महीनों में नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता तथा अहमदाबाद में समारोह में प्रदर्शित किया जाएगा।

शहरी जलावायु फिल्म समारोह का शुभारंभ 24 मार्च 2023 (शुक्रवार) को एम.एल. भरतिया ऑडिटोरियम, एलायंस फ्रांसेइस, लोधी एस्टेट, नई दिल्ली में होगा। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता जी20 शेरपा अमिताभ कांत करेंगे। भारत में फ्रांस तथा यूरोपीय संघ के राजदूत उद्घाटन भाषण देंगे। पर्यावरण, वन और जलवायु मंत्रालय की अपर सचिव ऋचा शर्मा तथा आवास और शहरी कार्य मंत्रालय में संयुक्‍त सचिव कुणाल कुमार मुख्य भाषण देंगे।

दिल्ली में 25 से 26 मार्च 2023 को आयोजित कार्यक्रम में भारत, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, पोलैंड और अमेरिका जैसे देशों की 11 पुरस्कार विजेता फिल्में दिखाई जायेंगी और इंटरैक्टिव सत्र होंगे।


नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एनआईयूए) के निदेशक हितेश वैद्य ने कहा कि अवसंरचना, प्राकृतिक संसाधनों तथा सार्वजनिक सेवाओं पर अस्थिर स्तर पर तनाव के कारण शहरों को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एनआईयूए भारतीय शहरों को एक हरित भविष्य में बदलने के प्रयासों का समर्थन करता है - एक जो टिकाऊ, समावेशी है तथा देश के आर्थिक विकास के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देता है। मेरा मानना है कि फिल्में लोगों तक पहुंचने और हमारे आसपास की दुनिया के बारे में महत्वपूर्ण बातचीत शुरू करने का सशक्त माध्यम हैं। शहरी परिवेश पर अनेक प्रकार की फिल्मों को दिखाकर शहरी फिल्म समारोह निश्चित रूप से कई लोगों के लिए आंखें खोलने वाला होगा।

नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत एक केंद्रीय स्वायत्त संस्था है। यह एक राष्ट्रीय थिंक-टैंक है जो शहरी विकास के क्षेत्र में अत्याधुनिक बहु-विषयी अनुसंधान, ज्ञान आदान-प्रदान क्षमता विकास, नीति नियोजन तथा शहरी विकास के कार्य को प्रोत्साहित करने का कार्य करता है। यह जी20 के शहरी सहयोग समूह यू20 के लिए तकनीकी सचिवालय के रूप में भी कार्य कर रहा है।

सीआईटीआईआईएस (सिटी इन्वेस्टमेंट्स टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन) आवास और शहरी कार्य मंत्रालय, फ्रांसीसी विकास एजेंसी (एएफडी), यूरोपीय संघ (ईयू) और एनआईयूए का एक संयुक्त कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम भारत में 12 स्मार्ट शहरों को नवाचार-संचालित तथा टिकाऊ शहरी अवसंरचना परियोजनाओं को लागू करने में सहायता कर रहा है, जिनमें से कुछ में ईको-सिस्टम को लाभ पहुंचाने, हवा और पानी की गुणवत्ता में सुधार, स्वदेशी वनस्पतियों और जीवों की रक्षा करने तथा शहरी जैव विविधता को प्रोत्साहन के लिए समर्पित घटक हैं।

 


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