नई दिल्ली : बुधवार, अक्टूबर 18, 2023/ केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कल कौशल भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में इंडियास्किल्स 2023-24 का शुभारंभ किया और विश्व कौशल 2022 विजेताओं को सम्मानित किया। भारत ने वैश्विक प्रतिस्पर्धा में 11वां स्थान हासिल किया है, जो अब तक की सबसे अच्छी रैंकिंग है। कार्यक्रम में विश्व कौशल 2022 की यात्रा को दर्शाने वाला एक लघु वीडियो भी दिखाया गया। कुछ विजेताओं ने प्रतियोगिता में अपने अनुभव भी साझा किये।
समारोह में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव, अतुल कुमार तिवारी; अध्यक्ष, एआईसीटीई, प्रोफेसर टी.जी.सीताराम; अध्यक्ष, यूजीसी, प्रो. एम. जगदीश कुमार; अतिरिक्त सचिव, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, कृष्ण कुमार द्विवेदी; सीईओ, एनएसडीसी और एमडी, वेद मणि तिवारी; अतिरिक्त सचिव/महानिदेशक (प्रशिक्षण), त्रिशालजीत सेठी; वर्ल्डस्किल इंडिया के प्रमुख, डॉ. मनीष मिश्रा; अधिकारीजन, गणमान्य व्यक्ति और छात्र भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, धर्मेंद्र प्रधान ने सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न सिर्फ डिग्री प्राप्त करने पर, बल्कि योग्यता बढ़ाने के आह्वान की याद दिलाई। उन्होंने रोजगारपरक कौशल विकसित करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जिससे कार्यबल की बाजार में स्वीकार्यता बढ़ेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें 21वीं सदी में नेतृत्व करने के लिए दक्षताओं, व्यावहारिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण को समान महत्व देना होगा।
धर्मेंद्र प्रधान ने अर्जित डिग्री और अर्जित कौशल के बीच अंतर को कम करने के लिए कौशल अंतराल को मैप करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे एनईपी 2020 ने डिग्री और योग्यता को मिलाकर एक मिश्रित मॉडल पेश करने के लिए कदम उठाया है, इसे लचीला और छात्रों की पसंद के अनुसार बनाया गया है।
उन्होंने नीति निर्माताओं, शिक्षा जगत और उद्योग जगत से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक जनांदोलन बनाने के लिए एक साथ आने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सीखने और कमाई के मिश्रण से कौशल विकास होता है।
विश्व कौशल प्रतियोगिता दुनिया की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता है, जो हर दो साल में एक बार आयोजित की जाती है। इसका संचालन वर्ल्डस्किल्स इंटरनेशनल द्वारा किया जाता है, जिसके 86 सदस्य देश हैं। ये प्रतियोगिताएं उच्च प्रदर्शन के लिए एक बेंचमार्क और व्यावसायिक उत्कृष्टता का आकलन करने का एक उद्देश्यपूर्ण तरीका दोनों प्रदान करती हैं। प्रतियोगिता की अवधि 4 दिन, 16 से 22 घंटे है।
वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता 2022 सितंबर से नवंबर 2022 तक पूरे यूरोप, उत्तरी अमेरिका और पूर्वी एशिया में आयोजित की गई थी, जिसमें 61 कौशल में 58 देशों के 1,000 से अधिक प्रतियोगी शामिल थे। प्रतियोगिता की मेजबानी 15 देशों ने 20 से अधिक शहरों में की थी। भारत ने 50 कौशलों में भाग लिया और डब्ल्यूएससी 2022 में 2 रजत पदक, 3 कांस्य पदक और उत्कृष्टता के लिए 13 पदकों के साथ 11वां स्थान हासिल किया, जो विश्व कौशल प्रतियोगिता में इसकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता 2022 में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय प्रतियोगियों का चयन इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2021 के माध्यम से किया गया था।
कुल 165 इंडियास्किल्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता विजेताओं को वर्ल्डस्किल्स इंडिया विशेषज्ञों और प्रशिक्षकों की सलाह के तहत वर्ल्डस्किल्स मानकों के अनुरूप विकसित नामित प्रशिक्षण स्थलों पर वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षित किया गया था। टोयोटा किर्लोस्कर, महिंद्रा, सेंट गोबेन, लार्सन एंड टुब्रो, मारुति सुजुकी, इंफोसिस, आईआईटी-पलक्कड़, सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, लिंकन इलेक्ट्रिक, सिस्को, बीएमडब्ल्यू, वोक्सवैगन जैसे 200 से अधिक उद्योग और अकादमिक भागीदार, बर्जर पेंट्स और अन्य ने करीब 20 करोड़ रुपए का सहयोग भारत के प्रतिस्पर्धियों को प्रशिक्षित करने, प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे, विषय वस्तु विशेषज्ञता, अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण, कच्चे माल और टूल किट के लिए किया।
साथ ही, 56 प्रतियोगियों, 50 विशेषज्ञों और 11 दुभाषियों ने भाग लिया जिनमें से 19 प्रतिशत महिलाएँ (11 प्रतियोगी) थीं। कुछ प्रतियोगियों ने रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, इंडस्ट्री 4.0, डिजिटल कंस्ट्रक्शन, मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपमेंट और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे नए जमाने के कौशल में भी भाग लिया।
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