जम्मू : बुधवार, जून 26, 2024/ जम्मू और कश्मीर में अमरनाथ यात्रा 2024 के लिए यात्री निवास और जम्मू स्थित, अन्य यात्रा शिविरों में तथा शिविरों के आसपास त्रि-स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीर्थयात्रा और नियमित यातायात की सीसीटीवी कैमरों द्वारा निगरानी की जा रही है। यात्रा का पहला जत्था 28 जून को जम्मू से रवाना होगा। यात्रा नुनवान-पहलगाम मार्ग से शुरू होगी। अनंतनाग जिले में बालटाल मार्ग से 29 जून से यात्रा की शुरुआत होगी। यात्रा के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गये हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दल-क्यूआरटी को तैनात किया गया है।

पौराणिक मान्यता है कि बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व की कथा सुनाई थी। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार अमरनाथ यात्रा का समापन 19 अगस्त को होगा। गुफा में भगवान शिव का रूप बर्फ से ही प्रकट होता है। अमरनाथ शिवलिंग को बाबा बर्फानी के रूप में भी जाना जाता है। भगवान अमरनाथ की गुफा लिद्दर घाटी में स्थित है। इस पवित्र बर्फ लिंगम के दर्शन करने के लिए भक्त जून-जुलाई और अगस्त के महीनों में कश्मीर के हिमालय में स्थित पवित्र गुफा तीर्थ की कठिन यात्रा करते हैं।

अमरनाथ गुफा 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में स्थित है जो श्रीनगर से 140 किलोमीटर, पहलगाम से करीब 45-48 किलोमीटर और बालटाल से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से होती है। एक अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग है। दूसरा गांदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग है।


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