अयोध्या : बुधवार, अप्रैल 17, 2024/ रामनवमी के अवसर पर आज दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर अयोध्या मंदिर में विराजमान भगवान रामलला की प्रतिमा के मस्तक पर सूर्य तिलक जगमगा उठा। शीशे और लेंस को शामिल करके एक व्‍यापक क्रियाविधि से रामलला की प्रतिमा पर सूर्य तिलक को संभव बनाया गया। अयोध्या मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।

श्रद्धालु आज सुबह से ही भगवान राम की एक झलक पाने के लिए राम मंदिर में उमड़ रहे हैं। पूरा शहर आज राम जन्‍मोत्‍सव मना रहा है। मंदिर न्‍यास ने कई एलईडी स्क्रीन की व्‍यवस्‍था की है। समूचे अयोध्या शहर में श्रद्धालुओं को उत्‍सव का साक्षी बनने के लिए सरकार सहायता कर रही है।

वैज्ञानिकों ने बीते 20 वर्षों में सूर्य की गति का अध्ययन अयोध्या के आकाश में किया और उसके बाद सटीक दिशा आदि तय किया। इसके बाद मंदिर के ऊपरी तल पर रिफ्लेक्टर और लेंस को स्थापित किया गया। उसके बाद रामलला के ललाट पर सूर्य रश्मियों को घुमाकर ले जाया गया। सूर्य की किरणें पहले ऊपरी तल के लेंस पर पड़ी उसके बाद तीन लेंस से होकर दूसरे तल के मिरर पर पहुंची और आखिर में रामलला के मस्तक पर सूर्य की किरणें 75 मिलीमीटर के टीके के रूप प्रकाशित हुई। लगभग 4 मिनट तक यह टीका प्रकाशित हुआ।


इस खबर को शेयर करें


Comments