नई दिल्ली/ करवा चौथ के दिन जितना महत्व व्रत और पूजा करने का होता है। उतना ही महत्व करवा चौथ की कथा का भी है। इसलिए इस कथा को बडे ही एकाग्र होकर सुनना चाहिए। कभी-कभी हम देखते है कि कई महिलाएं ऐसी होती है कि वह एकचित्त होकर नही सुनती है। उनका मन और कही लगा होता है। जो शास्त्रों के अनुसार गलत माना जाता है।

इसलिए सभी महिलाओं को एकाग्र होकर कथा सुननी चाहिए। जिससे आपको शुभ फल मिलेगा। इस दिन महिलाओं का यह व्रत उनके पति से जुडा हुआ होता है। इसी कारण महिलाओं को लाल रंग के कपडें पहनना चाहिए। आप चाहे तो इस दिन अपनी शादी का लहंगा या फिर और कोई लाल रंग का लहंगा या फिर साड़ी पहन सकती है। लाल रंग पहनने का कारण है कि इसे सुहाग की निशानी मानी जाती है। साथ ही यह प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

करवा चौथ की कथा

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