मुरैना : मंगलवार, मई 23, 2023/ मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग मध्यप्रदेश शासन, जौरा के ब्लॉक समन्वयक बी.डी. शर्मा के मार्गदर्शन में ग्राम नेहरावली, गलेथा, बागचीनी, भैसरोली और नंदगांगोली में ध्यान एवं योग शिविर का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर हार्टफूलनेस सेंटर कान्हा शांति वनम हैदराबाद से आईं प्रशिक्षक विमला शर्मा ने कहा कि ध्यान में गहरे उतरने पर हमारे भीतर के स्थिर केंद्र का पता चलता है। यह शोरगुल के बीच में भी शांत और सक्रिय बने रहने में मदद करता है। भीतर अप्रभावित बने रहने से, शांत बने रहने से जीवन का अर्थ बदल जाता है। ध्यान की सहायता से हम अपनी कमजोरियां पहचानने लगते हैं।

उन्होंने कहा कि हम ध्यान का अभ्यास सीखते हैं और रोजाना की गतिविधियों को पूरा करते हुए जीवन में सकारात्मक बदलाव भी ले आते हैं। मौके पर नवांकुर प्रतिनिधि विष्णु सिंह तोमर, परामर्शदाता जया बागडे, अल्केश राठौर, शिवराज सिंह सिकरवार, सतेंद्र सिकरवार, हेमंत सिकरवार, रामवीर शर्मा, रविंद्र सिकरवार, योगेंद्र सिकरवार, निरुपम सिंह, लवकुश सिंह सिकरवार एवं प्रस्फुटन समितियों की सदस्य उपस्थित थे।

विमला शर्मा ने बताया कि ध्यान की सबसे सामान्य परिभाषा है। किसी एक बात पर लगातार विचार करना और हम सब के लिए यह बहुत आम बात है। चाहे हम अपने व्यक्तिगत लक्ष्य पर ध्यान रखें जैसे-हमारा व्यवसाय, धन-सम्पत्ति, प्रेम, या जैसे बच्चे एक खिलौने पर ध्यान टिकाये रखते हैं, अंतर केवल लक्ष्य का है। ये सभी सांसारिक लक्ष्य हैं। ये वे चीजें नहीं हैं जिनके लिए हम अपने ध्यान का नियमित अभ्यास करते हैं। जब हम जागरूक होकर ध्यान का अभ्यास जारी रखते हैं। हम कुछ विशेष उद्देश्य को लेकर बैठते हैं, जैसे तनाव से शान्ति की ओर, असंतोष से संतुष्टि की ओर, दुविधा से स्पष्टता की ओर बढ़ते रहें। हमारे जीवन में जो बदलाव आवश्यक हैं, ध्यान उनके लिए हमें संवेदनशील बनाता है।


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