नई दिल्ली : बुधवार, सितम्बर 6, 2023/ जन्माष्टमी का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। राजधानी दिल्‍ली में जन्‍माष्‍टमी के अवसर पर मंदिरों को विशेषरूप से सजाया गया है।

यह पर्व कुछ लोग आज मना रहे हैं और कुछ लोग कल भी मनायेंगे। दिल्‍ली पुलिस ने जन्‍माष्‍टमी के अवसर पर लक्ष्मी नारायण मंदिर, इस्कॉन मंदिर, पंजाबी बाग स्थित जन्माष्टमी पार्क, गुफावाला मंदिर, प्रीत विहार और संतोषी माता मंदिर हरि नगर के आसपास यातायात के विशेष प्रबंध किए गए हैं।

दिल्‍ली पुलिस ने बताया कि इस अवसर पर कई मंदिर समितियां दिल्‍ली के विभिन्‍न हिस्‍सों में रथ, झाकियां और जुलुस भी निकालेंगे जिसे देखते हुए मंदिर के आसपास की कुछ सड़कें बंद रहेंगी।

इस दिन लोग व्रत रखते हैं, प्रार्थना करते हैं और मंदिरों को रोशनी और फूलों से सजाते हैं। यह भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है। जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण भगवान की स्तुति करके आप प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। कई लोग अपने घरों में भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की मूर्ति को रखकर एक छोटे बालक के रूप उनकी की सेवा करते हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में उन्होंने कहा-“जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेश में रहने वाले अपने सभी साथी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।

जन्माष्टमी का पावन पर्व भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष में मनाया जाता है। यह भगवान कृष्ण की जीवन शिक्षाओं से सीखने का एक सुअवसर भी है। यह त्योहार लोगों के बीच प्रेम और भक्ति की भावना को बढ़ावा देता है। भगवान श्रीकृष्ण ने अन्याय के विरुद्ध लड़कर धर्म और न्याय के मार्ग पर चलकर एक आदर्श समाज की स्थापना का मार्ग दिखाया है। श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश के माध्यम से 'निष्काम कर्म' का संदेश दिया।

आइए हम सभी भगवान कृष्ण के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लें और मानवता की भलाई की भावना के साथ आगे बढ़ते हुए अपने समाज और राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने में योगदान दें।''

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा की, जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मैं सभी भारतवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।

प्रेम और भक्ति के प्रतीक भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव हम जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं। उनकी कालातीत शिक्षाएं, अधर्म पर धर्म की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है। गीता में प्रतिपादित ज्ञान मार्ग सच्चे अर्थों में मानवता की सेवा और कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।

आइए हम अपने आचरण में श्री कृष्ण के निष्काम कर्म के संदेश को अपनाते हुए अपने दायित्वों के निर्वहन का संकल्प लें। यह जन्माष्टमी हमारे जीवन में शांति, आनंद और सदभाव लेकर आए, यही मंगल कामना है।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने शुभकामना संदेश में कहा कि योगीराज श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति में भक्ति, प्रेम, ज्ञान, कर्म और शांति के प्रभापुंज माने गए हैं।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाओं और संदेशों से मानवता को सत्य, न्याय, प्रेम, त्याग, तपस्या, परोपकार, नारी सम्मान, समरसता और शांति की ओर उन्मुख होने की प्रेरणा मिलती है।

राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व असीम भक्ति और श्रद्धा की गौरवशाली परंपरा के साथ मनायें।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने प्रेम और भक्ति के साथ कर्म का संदेश दिया। भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया को निष्काम कर्मयोग का मार्ग बताया, जिसमें सभी प्राणियों का कल्याण निहित है। फल की चिंता किये बगैर सदैव अच्छे कार्य करने चाहिए। भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया, जो हम सभी के लिए संपूर्ण जीवन दर्शन की तरह है।

 

 

 


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