शुक्रवार, नवम्बर 18, 2022/ पुरानी कहावत है कि अगर सुबह अच्छी होती है तो आपका सारा दिन अच्छा बितता है। वहीं अगर हमारी सुबह अच्छी नहीं रहती तो हमारा मन अशांत रहता है। सुबह उठकर हमें क्या करना चाहिए इसके बारें में वास्तु शास्त्र में विस्तार से बताया गया है। आज हम बताएंगे सुबह उठकर हमें क्या नहीं करना चाहिए। इन बातों को ध्यान में रखकर आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं। कंपटीशन के इस दौर में अपनी और परिवार की जरूरतों को पूरा करने में लोग हर समय जुटे रहते हैं। हैप्पी और स्टेबल लाइफ के लिए ज्यादातर लोग कड़ी मेहनत और लगन से काम करते हैं, ताकि उन्हें और उनके परिवार को समस्याओं का सामना न करना पड़े। कभी-कभी कड़ी मेहनत और लगन के बावजूद परेशानियां पीछा नहीं छोड़ती। इसके पीछे वास्तु दोष भी हो सकता है।

वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि व्यक्ति को सुबह उठकर आईने में कभी नहीं देखना चाहिए। सुबह उठकर आईने में देखने को अशुभ बताया गया है। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि सुबह उठकर किसी व्यक्ति का चेहरा नहीं देखना चाहिए।

अगर आप किसी दूसरे का चेहरा देखते हैं तो आपमें दूसरे की ऊर्जा आती है। कहा जाता है सुबह खाना खाने से पहले किसी गांव या पशु का नाम नहीं लेना चाहिए। ऐसा करना आपके लिए अशुभ हो सकता है।

वास्तुशास्त्र में लिखा गया है कि अगर आपके माता-पिता आपके साथ रहते हैं तो आपको अपने माता-पिता के पैर छूंने चाहिए। वहीं व्यक्ति को सुबह उठते ही अपने हाथों की रेखाओं को देखकर भगवान को याद करना चाहिए। ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। जानकारों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि हमारी हथेली में लक्ष्मी का वास होता है।

वास्तुशास्त्र की जानकारी के अनुसार अगर आप घर से बाहर निकलते हैं और आपको सफाई कर्मी दिखाई दे जाए तो इससे बहुत शुभ माना जाता है। वहीं बाहर जाते समय अगर आपको गाय के दर्शन हो जाते हैं तो इसे भी शुभ माना जाता है। सुबह उठने के बाद बच्चों के साथ समय गुजारें। इससे आपने सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सुबह उठकर व्यायाम करना चाहिए, ये हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है।

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि सुबह उठते कभी भी पांव को सीधे जमीन पर में नहीं रखना चाहिए। जमीन पर पांव रखने से पहले धरती माता का स्पर्श करके माथे पर लगें। ऐसा करना शुभ माना जाता है। धर्म ग्रंथों और ऋषि-मुनियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि हमारे हाथों की हथेलियों में दैवीय शक्तियां निवास करती हैं।

इसी वजह से हमें सुबह उठते ही सबसे पहले अपने हाथों की हथेलियों के दर्शन करने चाहिए। दोनों हाथों को मिलाकर उसके दर्शन करके ही बिस्तर छोडऩा चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य को अपना दिन बेहतरीन बनाने के लिए सुबह उठकर सबसे पहले अपना हाथ देखना चाहिए। हाथ ही कर्म करता है और भाग्य को बदलने की क्षमता रखता है। जैसे ही आप हथेली देखें तो इसके बाद इस मंत्र का कम से कम एक बार जाप करें- 'कराग्रे वसति लक्ष्मी:, कर मध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्द:, प्रभाते कर दर्शनम'। यानी हथेली में लक्ष्मी, सरस्वती और गोविंद का वास है। इनके दर्शन से पूरा दिन अच्छा रहता है।


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