भोपाल : शनिवार, मई 31, 2025/ मध्यप्रदेश के जबलपुर में आज देश की सेना के शौर्य, पराक्रम और वीरता को समर्पित “जय हिन्द सभा” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शौर्य स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस ऐतिहासिक सभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला और देश की सेना के सम्मान में एकजुटता का संदेश दिया।
सभा में राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, CWC सदस्य कमलेश्वर पटेल, पूर्व सांसद नकुलनाथ, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, लखन घनघोरिया, सुखदेव पांसे, तरुण भानोट, पीसी शर्मा, प्रदेश सहप्रभारी संजय दत्त, रणविजय सिंह, आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, और कांग्रेस के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मेजर जनरल श्याम श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सेना किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है। उनके पराक्रम पर कोई सवाल नहीं है, सवाल सरकार की मंशा और फैसलों की पारदर्शिता पर है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि 56 इंच का सीना दिखाने वाले अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में काम कर रहे हैं?
मध्य प्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा, यह देश आज अगर सशक्त और सुरक्षित है तो वह सिर्फ हमारे वीर जवानों के देश के प्रति समर्पण की भावना के कारण है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा,जब प्रधानमंत्री ने साथ मांगा, तो पूरे देश ने साथ दिया। लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने धोखा दिया है। वे पीओके नहीं ले पाए। अगर आज इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री होतीं, तो पीओके भारत का हिस्सा होता। पूरा देश पूछ रहा है कि प्रधानमंत्री ने ट्रंप के आगे घुटने क्यों टेक दिए?
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा, एक जमाने में इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं और वे अमेरिका की धमकी के आगे भी नहीं झुकी थीं। मध्यप्रदेश आज झूठ, भ्रष्टाचार, महिला अपराध और किसान विरोधी नीतियों की राजधानी बन गया है। बेरोजगारी सबसे बड़ी चिंता है। अगर हमारे नौजवानों का भविष्य ही अंधेरे में रहा, तो प्रदेश का निर्माण कैसे होगा?
पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, जिसका आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं, जिसने ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी की, आज वही लोग कह रहे हैं कि भारतीय सेना नरेंद्र मोदी के चरणों में समर्पित है। एक रहेंगे तभी सुरक्षित रहेंगे। बीजेपी नफरत फैलाने की राजनीति करती है। शहादत के कफन पर राजनीति करने वाले देशप्रेमी नहीं हो सकते।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, युद्ध विराम अमेरिका और मोदी की आपसी नूरा-कुश्ती थी। ‘सिंदूर यात्रा’ के नाम पर मोदी अपनी ब्रांडिंग कर रहे हैं। इस बार सेना को छूट दी होती, तो पीओके भारत का हिस्सा होता। देश की युवा पीढ़ी को देशप्रेम का सपना दिखाया जा रहा है, लेकिन सेना को छूट नहीं दी जा रही। पीएम मोदी ने शहीदों के घर तक जाना उचित नहीं समझा। बीजेपी का मंत्री सेना का अपमान करता है और बीजेपी कुछ नहीं करती। देश का लोकतंत्र खतरे में है, बीजेपी अपने आपको देश और सेना से बड़ा समझने लगी है। बिहार चुनाव आ गए तो जातिगत जनगणना की घोषणा कर दी। पीएम मोदी मध्यप्रदेश आए हैं, तो बोलकर जाएं कि 2 से 3 महीने में जातिगत जनगणना कराएंगे।
जय हिन्द सभा में उपस्थित नेताओं ने एक स्वर में देश की सेना के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए केंद्र और मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकारों की नीतियों की कड़ी आलोचना की। सभा में देशभक्ति की भावना को मजबूत करने और शहीदों के बलिदान को याद करने का संकल्प लिया गया।




