केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की गाइड लाइन्स के अनुसार एम.पी. ट्रांसको की स्काडा प्रणाली का हुआ उन्नयन: ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर

भोपाल : मंगलवार, अप्रैल 22, 2025/ ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बताया है कि मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) के प्रदेश में क्रियाशील एकस्ट्रा हाइटेंशन सबस्टेशनों की निगरानी (मॉनिटरिंग) के साथ अब इनका रिमोट से नियंत्रण (कंट्रोल) और संचालन का ऑपरेशन संभव हो सकेगा। इसके लिये एम.पी. ट्रांसको ने अपनी पुरानी स्काडा प्रणाली का केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की गाइड लाइन्स के अनुसार उन्नयन करते हुये अत्याधुनिक तकनीक से लैस नई स्काडा प्रणाली (स्काडा सिस्टम) स्थापित कर क्रियाशील कर लिया है। विगत दिवस इसका संचालन नयागांव जबलपुर स्थित नये नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) से प्रारंभ हुआ।

ऊर्जा मंत्री तोमर ने जानकारी दी कि लगभग 51.88 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत से निर्मित इस नये स्काडा सिस्टम में पुराने स्काडा सिस्टम के मुकाबले अनेक नये फीचर्स उपलब्ध है। भारत सरकार के केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की गाइड लाइन्स के अनुसार नये स्काडा सिस्टम को नवीनतम तकनीकों और साइबर सुरक्षा आवश्यकताओं के अनुरूप उन्नत किया गया है। अब प्रदेश के एकस्ट्रा हाइटेंशन सबस्टेशनों के प्रत्येक मिनिट का रियल टाइम डेटा प्राप्त कर सुरक्षित रखा जा सकेगा। इससे आधुनिक स्काडा सिस्टम की दक्षता और विश्वसनीयता में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही इससे सुरक्षा और डेटा विश्लेषण क्षमताओं में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।

एम.पी. ट्रांसको के मुख्य अभियंता अमरकीर्ति सक्सेना ने बताया कि नए स्काडा सिस्टम में उन्नत फ़ायरवॉल और मल्टी-लेयर सुरक्षा तंत्र शामिल है, जो संभावित साइबर खतरों से बेहतर सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसके डैशबोर्ड में उन्नत डेटा विश्लेषण की सुविधा हैं, जिससे निर्णय लेने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी होती हैं। रियल-टाइम डेटा एनालिटिक्स से डेटा की सटीकता और प्रासंगिकता में सुधार होगा, जिससे बेहतर निर्णय लेने और त्वरित प्रतिक्रियाओं में मदद मिलेगी। यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस होने के कारण नया सिस्टम आधुनिक और सहज ग्राफिकल यूजर इंटरफेस से सुसज्जित है, जिससे ऑपरेटरों को अधिक कुशलता और सुविधा मिलती है। स्काडा सिस्टम का यह उन्नयन (अपग्रेडेशन) बदलते अंतर्राष्ट्रीय औद्योगिक मानकों और सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

वर्तमान में सायबर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये स्काडा सिस्टम के डेटा मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी की आप्टिकल फायबर ग्राउंड वायर के माध्यम से लोकल एरिया नेटवर्क से प्राप्त होंगे। स्काडा को अपग्रेड करने में अधीक्षण अभियंता मनीष खरे द्वारा संशोधित ड्राइंग-डिजाईन एवं सटीक टेडरिंग प्रक्रिया के साथ स्काडा के सहायक अभियंता अतुल अग्रवाल के स्किल नॉलेज का योगदान रहा।

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