सुरेंद्र नाथ सिंह का निधन भारतीय राजनीति और विशेषकर मध्यप्रदेश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने जीवन को जनता की सेवा में समर्पित किया और अपनी निष्ठा, ईमानदारी तथा मेहनत से न केवल अपने क्षेत्र के विकास में योगदान दिया, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के लिए भी एक प्रेरणा का स्तंभ बने। उनके निधन पर देशभर में शोक की लहर दौड़ गई, और राजनीति में उनकी जगह कभी भरी नहीं जा सकेगी।
सुरेंद्र नाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक, एक ऐसे नेता थे जिन्होंने राजनीति में अपनी पूरी जिंदगी जनता की सेवा में समर्पित की। उनका निधन मध्यप्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक गहरा शोक लाने वाली घटना है, क्योंकि वे न केवल अपने कार्यकाल के दौरान बल्कि समाज और पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए भी पहचाने जाते थे।
जनता के प्रति समर्पण
सुरेंद्र नाथ सिंह का राजनीतिक जीवन हमेशा जनसेवा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने भोपाल के मध्य विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में कार्य किया और इस दौरान उन्होंने कई विकासात्मक कार्य किए। उनका हमेशा यह मानना था कि राजनीति केवल सत्ता के लिए नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए होनी चाहिए। उनके योगदान से मध्यप्रदेश में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का विकास हुआ, जिनका लाभ जनता को लंबे समय तक मिलता रहेगा।
“मम्मा” की पहचान
भोपाल में “मम्मा” के नाम से प्रसिद्ध सुरेंद्र नाथ सिंह का व्यक्तित्व एक सामान्य कार्यकर्ता से लेकर एक प्रभावशाली नेता तक का था। वे हमेशा अपनी निष्ठा, ईमानदारी, और जनता के बीच अपनी सच्ची पहचान बनाए रखने के लिए प्रसिद्ध थे। उनके सरल और सच्चे स्वभाव ने उन्हें जनता के बीच एक खास स्थान दिलाया। चाहे वह क्षेत्रीय मुद्दे हों या राष्ट्रीय, वे हमेशा लोगों के दिलों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते थे।
पार्टी के प्रति निष्ठा
सुरेंद्र नाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा के लिए भी प्रसिद्ध थे। वे पार्टी के लिए न केवल एक नेता बल्कि एक मार्गदर्शक भी थे। उनकी पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता हमेशा दृढ़ रही और उन्होंने अपने समय में कई संगठनात्मक कार्यों में योगदान दिया। वे भाजपा के एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे और उनके निधन से पार्टी को एक बड़ी क्षति हुई है। उनके योगदान को पार्टी और जनता हमेशा याद रखेगी।
समाज में शोक की लहर
सुरेंद्र नाथ सिंह का निधन केवल उनके परिवार और पार्टी के लिए नहीं, बल्कि पूरी जनता के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनके योगदान और कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी यादें प्रदेश और पार्टी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनी
सुरेंद्र नाथ सिंह का निधन एक ऐसे नेता का खो जाना है जिनकी कमी कभी पूरी नहीं हो सकेगी। वे एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्होंने राजनीति के माध्यम से समाज के विकास में अहम योगदान दिया। उनके जीवन के संघर्ष और उनकी कार्यशैली को याद करते हुए, यह कहा जा सकता है कि उनका जीवन एक उदाहरण है कि कैसे राजनीति को समाज की भलाई का माध्यम बनाना चाहिए। उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी और उनके कार्य हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगे।उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का मार्ग नहीं है, बल्कि यह समाज की बेहतरी और जनता की सेवा का एक माध्यम है। सुरेंद्र नाथ सिंह का योगदान हमेशा याद रहेगा और उनकी कमी को भरा नहीं जा सकता। सुरेंद्र नाथ सिंह की पहचान एक समर्पित नेता के रूप में थी, जिन्होंने अपने कार्यकाल में जनता की सेवा को प्राथमिकता दी। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
अनिल मालवीय
लेखक एवं शिक्षाविद, शिवाजी नगर भोपाल मप्र