प्रदेश में दलित और आदिवासियों पर उत्पीड़न चरम पर है: प्रदीप अहिरवार

भोपाल : मंगलवार, मार्च 11, 2025/ मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार के नेतृत्व में आज पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बंगले का घेराव कर पुतला दहन किया गया।

अहिरवार ने कहा कि मोहन यादव की सरकार में प्रदेश में दलितों के साथ हर दिन अन्याय, अत्याचार और शोषण की घटनाये सामने आ रही हैं। प्रदेश में हाल ही में घटित होने वाली घटनाओं पर अहिरवार ने कहा कि मुरैना जिले के अम्बाह में एक दलित दूल्हे को घोड़ी नहीं चढ़ने दिया जाता है, जिस बुधनी की जनता ने शिवराज सिंह चौहान को 35 साल तक प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। उन्हीं शिवराज सिंह के क्षेत्र के ग्राम बकतरा में दलितों का सामाजिक रूप से बहिष्कार हुआ, शिवराज जी बेटे की शादी में ठुमका लगायें अच्छी बात है, लेकिन दलितों के मकान और दुकान जला दिए गए, उन्हें जान बचाने के लिए घर छोड़कर जाने पर मजबूर होना पड़ा और शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस घटना पर अपनी कोई प्रतिक्रिया ना देकर उन्होंने दलित विरोधी होने का प्रमाण दिया है और इससे भाजपा का दोहरा चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हुआ है।

अहिरवार ने राज्यपाल महोदय से सीहोर पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग की है। वहीं गुना में आदिवासियों की 13 बीघा ज़मीन पर भाजपा नेताओं के संरक्षण में भूमाफिया द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड के नाम से एग्रीमेंट करवा लिया और ज़मीन हड़पने का काम किया, जिसके विरोध में आवाज़ उठाने वाले दलित भाइयों पर झूठी एफआईए दर्ज करवाई गई, लेकिन सरकार के दबाव में न्यायालय द्वारा जाँच के बाद एफआईआर रद्द कर दी गई। जिस पर दोषी पुलिस अधिकारी और भूमाफिया के खिलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए।

अहिरवार ने कहा कि पूरे प्रदेश में दलित और आदिवासियों पर उत्पीड़न, अत्याचार चरम पर है। प्रदेश के मुखिया दलित, आदिवासियों को न्याय दिलाने में नाकाम है। कांग्रेस अजा विभाग द्वारा आज दलितों पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं सहित अन्य घटनाओ को पर लगाम लगाने में अक्षम प्रदेश सरकार की कार्यशैली को संज्ञान में लेकर हस्तक्षेप करने के संबंध में महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया।

प्रदर्शन, पुतला दहन कार्यक्रम में प्रदेश पर से कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए। जिनमे मुख्य रूप से कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध, हेमंत नरवरिया, मुकेश बंसल, सुमनलता डेहरिया, अजय अहिरवार, योगेश दंडोतिया, देवेंद्र सूर्यवंशी, दर्शन कोरी, विनय मालवीय, नीरज चंदेले, कुणाल गजभिये सहित सैंकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।