पंचायती राज मंत्रालय ने ‘सरपंच पति’ संस्कृति के खिलाफ शुरू की डिजिटल अभियान

नई दिल्ली : शनिवार, मार्च 8, 2025/ पंचायती राज मंत्रालय ने ग्रामीण शासन में महिलाओं के वास्तविक नेतृत्व को बढ़ावा देने और “सरपंच पति” संस्कृति को खत्म करने के लिए एक नई मुहिम की शुरुआत की है। इस प्रथा में चुनी हुई महिला प्रतिनिधियों की जगह उनके पति या पुरुष रिश्तेदार फैसले लेते हैं, जिससे महिलाओं के संवैधानिक अधिकार कमजोर पड़ते हैं। इस अभियान के तहत, मंत्रालय ने द वायरल फीवर (TVF) के साथ मिलकर डिजिटल सामग्री तैयार की है, जो पंचायत व्यवस्था में महिलाओं की भूमिका को लेकर जागरूकता बढ़ाएगी।

इस पहल की पहली कड़ी “असली प्रधान कौन?” का प्रीमियर 4 मार्च 2025 को हुआ। यह फिल्म लोकप्रिय वेब सीरीज “पंचायत” के आधार पर बनाई गई है और इसमें नीना गुप्ता, चंदन रॉय और फैसल मलिक जैसे प्रसिद्ध कलाकार शामिल हैं। इस फिल्म को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रदर्शित किया गया, जहां देशभर से आई 1,200 महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने इसे देखा। फिल्म की कहानी एक महिला ग्राम प्रधान के नेतृत्व को दर्शाती है, जो अपने गांव के विकास के लिए ठोस फैसले लेती है।

फिल्म “असली प्रधान कौन?” यह दिखाती है कि कैसे कई पंचायतों में महिलाओं के नाम पर उनके पति या परिवार के पुरुष सदस्य असली सत्ता चलाते हैं, जो महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों का हनन है। इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली नीना गुप्ता ने कहा, “यह सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि ग्रामीण भारत में महिलाओं की वास्तविक चुनौतियों को दर्शाती है। मुझे गर्व है कि मैं इस तरह के महत्वपूर्ण संदेश का हिस्सा बन पाई।”

यह अभियान मंत्रालय के “सशक्त पंचायत नेत्री अभियान” का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पंचायतों में चुनी हुई महिला नेताओं को प्रशिक्षण और समर्थन देना है, ताकि वे अपने संवैधानिक अधिकारों और जिम्मेदारियों को पूरी तरह से निभा सकें। यह अभियान पंचायतों में महिलाओं की वास्तविक भागीदारी को मजबूत करने और उनके अधिकारों को छीनने वाली प्रथाओं को समाप्त करने के लिए शुरू किया गया है।

मंत्रालय इस अभियान के तहत दो और फिल्में जल्द ही जारी करेगा। पहली फिल्म डिजिटल पारदर्शिता पर आधारित होगी, जो दिखाएगी कि कैसे तकनीक ग्रामीण शासन को बेहतर बना सकती है। दूसरी फिल्म स्वयं का राजस्व स्रोत पर केंद्रित होगी, जो पंचायतों के लिए आर्थिक स्वतंत्रता के महत्व को समझाएगी।

इन आगामी प्रस्तुतियों में दुर्गेश कुमार और बुल्लू कुमार जैसे कलाकार भी शामिल होंगे, जो मंत्रालय के इस मिशन को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे। “सशक्त पंचायत नेत्री अभियान” महिला नेताओं की क्षमता और आत्मविश्वास को बढ़ाने पर केंद्रित है, ताकि वे अपने पंचायतों का प्रभावी ढंग से नेतृत्व कर सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।