एचआईवी के खिलाफ दौड़: नेशनल रेड रन 2.0 में देशभर से करीब 150 धावक शामिल

नई दिल्ली : रविवार, जनवरी 19, 2025/ कल शनिवार को मीरामार, पणजी में गोवा राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी (जीएसएसीएस) के सहयोग से राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रेड रन 2.0 में देश भर से लगभग 150 धावकों ने भाग लिया।

केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाईक ने 10 किलोमीटर की दौड़ को हरी झंडी दिखाई। इसका आयोजन खेल और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से एचआईवी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित राज्य स्तरीय रेड रन के शीर्ष दो विजेताओं ने आज आयोजित राष्ट्रीय रेड रन 2.0 में भाग लिया। प्रतिभागियों ने पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा की।

केरल के नबील साही ने पुरुष वर्ग में पहला पुरस्कार जीता, मेघालय के डैनियल वाहलांग ने दूसरा और स्केमलांग शुभ ने तीसरा पुरस्कार जीता। महिला वर्ग में चंडीगढ़ की श्रेया, उत्तराखंड की अंजलि, मध्य प्रदेश की मनीषा ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया। ट्रांसजेंडर वर्ग में मणिपुर की तनु थ्सोकसोम, आंध्र प्रदेश की एम नरेश, महाराष्ट्र की गार्गी चिखलकर ने पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। शीर्ष फिनिशरों को शीर्ष तीन स्थानों के लिए क्रमशः 50,000 रुपए, 35,000 रुपए और 25,000 रुपए का नकद पुरस्कार मिला।

इसके अतिरिक्त, एचआईवी के साथ जी रहे लोगों के लिए समर्थन दिखाने के उद्देश्‍य से नीति निर्माताओं, सरकार, नागरिक समाज, समुदायों, युवाओं, विकास भागीदारों, दिव्‍यांग व्यक्तियों, ट्रांसजेंडर, रक्षा, पुलिस और आम जनता सहित विभिन्न पृष्ठभूमि के प्रतिभागियों के लिए 02 किलोमीटर की सॉलिडेरिटी रन का भी आयोजन किया गया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और पदक दिए गए।

पुरस्कार वितरण समारोह में, राज्य मंत्री श्रीपाद नाईक ने कहा कि देश में कई लोग हैं जो एड्स से लड़ रहे हैं और उन लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने और बीमारी से संबंधित कलंक को तोड़ने के लिए रेड रन का आयोजन किया गया। उन्‍होंने कहा, “एड्स कोई स्वतंत्र या व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। यह सामान्यतः समाज को प्रभावित करता है। अत: हमें इस पर नियंत्रण रखना होगा। हम चिकित्सा अनुसंधान क्षेत्र में हुए सभी विकासों के साथ ऐसा कर सकते हैं। मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आप सभी को जिस भी तरीके से संभव हो, समाज में संदेश फैलाना चाहिए।”

मंत्री ने कहा कि अगर प्रभावित लोग बिना किसी झिझक के आगे आएं और सरकारी प्रणाली में पंजीकरण कराएं तो सरकार एचआईवी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

राज्यसभा सांसद सदानंद तनावड़े ने कहा कि हालांकि केंद्र सरकार एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति को इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है क्योंकि यही सरकार के प्रयासों को सफल बनाता है।

इस अवसर पर वी हेकाली झिमोमी आईएएस, महानिदेशक, एनएसीओ, और भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव; निखिल गजराज आईएएस, भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव; और जीएसएसीएस की परियोजना निदेशक डॉ. ललिता उमरस्कर, एनएसीओ और जीएसएसीएस के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उपस्थित थीं।

नेशनल रेड रन का पहला संस्करण 2023 में गोवा में आयोजित किया गया था। उल्लेखनीय है कि एचआईवी/एड्स की रोकथाम पर सामुदायिक आउटरीच को बढ़ावा देने और एचआईवी, एसटीआई और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में जानकारी और स्पष्टीकरण के इच्‍छुक युवाओं को सहायता प्रदान करने के लिए देश भर में लगभग 13,000 रेड रिबन क्लब (आरआरसी) स्थापित किए गए हैं। देश भर में इतनी बड़ी संख्या में आरआरसी के साथ, रेड रन एचआईवी/एड्स की रोकथाम में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने, मिथकों को दूर करने और चर्चा के लिए सुरक्षित स्थान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई पहल है।