भोपाल : मंगलवार, नवम्बर 4, 2025/ भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर प्रदेश स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के सुदृढ़ संचालन के लिए जागरूक और जिम्मेदार मतदाता अत्यंत आवश्यक हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी से ही सही और सक्षम सरकार का गठन संभव हो पाता है तथा देश की नीतियाँ जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप बनती हैं। जब प्रत्येक नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग ईमानदारी, समझदारी और राष्ट्रहित की भावना से करते हैं, तभी लोकतंत्र मजबूत और सशक्त बनता है। यदि मतदाता सूची में घुसपैठिए या अवांछित नाम शामिल होकर मतदान करते हैं, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर पड़ती है। इसी उद्देश्य से निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया संचालित की जा रही है, ताकि मतदाता सूची को शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाया जा सके। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया भले ही निर्वाचन आयोग के स्तर पर चल रही हो, किंतु यह संगठन के लिए भी महत्वपूर्ण विषय है। इस कार्य में संगठन के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पूरी तत्परता, सक्रियता और समन्वय के साथ जुटना होगा। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों और संगठनात्मक एकजुटता से हम केन्द्रीय नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बना पाएंगे इसलिए एसआईआर में वैध मतदाताओं को उनका अधिकार दिलाने कार्यकर्ता मैदान में जुट जाएं।
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को काम शुरू करने से पहले एसआईआर के संबंध में जानकारी होना जरूरी है। हमें यह समझ लेना चाहिए कि यह क्यों हो रहा है, कौन कर रहा है, कहां हो रहा है, कैसे होगा और कब होगा। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने एसआईआर का उद्देश्य बताते हुए कहा है कि जिस व्यक्ति को मतदाता बनना चाहिए, वह छूट न जाए और जिस व्यक्ति को मतदाता नहीं बनना चाहिए, वह सूची में शामिल न हो जाए। बिहार में हुए एसआईआर ने निर्वाचन आयोग के इस उद्देश्य को प्रमाणित भी कर दिया है, जहां 34 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। शिवप्रकाश ने कहा कि सामान्यतः मतदाता नौकरी या रोजगार के सिलसिले में एक शहर से दूसरे शहर जाते रहते हैं और उनके नाम एक से अधिक स्थानों की मतदाता सूची में जुड़ जाते हैं। इसके अलावा कई मतदाताओं की मृत्यु हो जाती है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि सीमावर्ती राज्यों में विदेशियों की घुसपैठ हो रही है और ऐसे अनेक एजेंट सक्रिय हैं, जो पैसे लेकर उन्हें सभी जरूरी दस्तावेज उपलब्ध करा देते हैं। ऐसे मतदाताओं की पहचान के लिए एसआईआर जरूरी है। उन्होंने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया पूरी तरह संवैधानिक है और हमारे संविधान में इसके लिए प्रावधान किया गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कहा कि पूरी प्रक्रिया के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग और प्रशासन के साथ समन्वयपूर्वक काम करना है। इसके लिए हम मंडल स्तर पर इकाई गठित करेंगे और एसआईआर से संबंधित कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण भी होगा। चूंकि एसआईआर का काम बूथ स्तर पर होना है, इसलिए इसमें बीएलओ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। हमें अपनी बूथ समिति की बैठक करके काम में जुट जाना है। शिवप्रकाश ने कहा कि 4 दिसम्बर तक हमें मतदाताओं के नाम दे देना है और 9 दिसंबर को तदर्थ सूची घोषित होगी। इसके बाद हमें सतर्क होकर काम करना है। यह ध्यान रखना है कि सूची में कोई बोगस मतदाता न जुड़ पाए। उन्होंने कहा कि एसआईआर का काम सभी मतदाताओं को बहुआयामी भूमिका के साथ करना है। इसका आशय यह है कि पार्टी के जो कार्यक्रम पूर्व से चल रहे हैं, वो यथावत चलते रहेंगे, उनके साथ ही यह काम भी करना है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया देश के 12 राज्यों में शुरू कर दी गई है, जिनमें देश की आधी से अधिक आबादी रहती है। यह प्रक्रिया दो-तीन माह चलेगी। चुनाव आयोग की इस शुद्धिकरण प्रक्रिया में हमें पूर्ण सहयोग करना है, ताकि आगामी चुनाव प्रक्रिया पारदर्शिता और सुचारु रूप से संपन्न हो सके। इस अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को सुव्यवस्थित और त्रुटिरहित बनाना है, ताकि कोई भी योग्य नागरिक मतदान के अधिकार से वंचित न रहे। यह किसी के खिलाफ नहीं है। इसका उद्देश्य किसी वैध मतदाता को मताधिकार से वंचित करना नहीं, बल्कि मतदाता सूची को सही और निष्पक्ष बनाना है। मतदाता सूची में घुसपैठियों का नाम शामिल होना संविधान की भावना के विरुद्ध है। इस प्रक्रिया का मकसद ऐसे छद्म मतदाताओं की पहचान करना है, जिन्होंने अवैध तरीके से मतदाता पहचान पत्र प्राप्त किए हैं या भारत में अवैध रूप से प्रवेश कर मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि एसआईआर की इस प्रक्रिया को हमारा केंद्रीय नेतृत्व अत्यंत गंभीरता से ले रहा है और बीते तीन दिनों में इसे लेकर अनेक बैठकें हो चुकी हैं। केंद्रीय नेतृत्व की अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए हम सभी को मिलकर इस काम में जुटना होगा। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में जिन लोगों के नाम नहीं है, वो हमें जुड़वाना है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि एसआईआर भविष्य में होने वाले चुनावों और पूरी राजनीति को प्रभावित करने वाला विषय है, इसलिए हमें पूरी गंभीरता के साथ इस काम में जुट जाना है। विपक्ष की आपत्ति निराधार है। एसआईआर मतदाता सूची की त्रुटियां सुधारना और नए मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया है। कांग्रेस की सरकारों में भी इस तरह की प्रक्रिया समय-समय पर अपनाई जाती थी, इस पर विपक्ष को आपत्ति नहीं होना चाहिए। एसआईआर से लोकतंत्र की मूल भावना मजबूत होगी अगर विपक्ष इसका विरोध कर रहा है तो वह लोकतंत्र की भावना के विरूद्ध है।
कार्यशाला के दौरान प्रदेश मंत्री व अभियान के सह संयोजक रजनीश अग्रवाल ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से एसआईआर की प्रक्रिया और करणीय कार्यों की जानकारी दी। कार्यशाला का संचालन एसआईआर अभियान के प्रदेश संयोजक भगवानदास सबनानी ने किया। इस दौरान वरिष्ठ नेता एवं विधायक रामेश्वर शर्मा भी मंचासीन रहे। कार्यशाला में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, एसआईआर के जिला संयोजक, विधानसभा प्रतिनिधि (बीएलए-1) उपस्थित रहे।




